ASMA-UL-HUSNA (BEAUTIFUL NAMES)

1. अर्रमान - बेहद रहम करने वाला
2. अर्रहीम - निहायत महरबान
3. अल-मलिक - हक़ीक़ी बादशाह
4. अल-कुद्दुस - हर ऐब से पाक
5. अस्सलाम - हर आफत से सलामत रखने वाला
6. अल-मुअमिन - अमन व ईमान अता फरमाने वाला
7. अल-मुहैमिन - पूरी निगहबानी फरमाने वाला
8. अल-अज़ीज़ - सब पर ग़ालिब
9. अल-जब्बार - खराबी का दुरुस्त करने वाला
10. अल-मुतक़ब्बिर - बहुत बड़ाई और अज़मत वाला
11. अल-ख़ालिक़ - पैदा फरमाने वाला
12. अल-बारिय्य - ठीक ठीक बनाने वाला
13. अल-मुसव्विर - सूरत बनाने वाला
14. अल-ग़फ़्फ़ार - गुनाहों का बहुत ज़्यादा बख्शने वाला
15. अल-क़हहार - सब को अपने काबू में रखने वाला
16. अल-वह्हाब - सब कुछ अता करने वाला
17. अर्रज़ाक़ - बहुत बड़ा रोज़ी देने वाला
18. अल-फत्ताह - सब के लिए रहमत के दरवाज़े खोलने वाला
19. अल-अलीम - सब कुछ जानने वाला
20. अल-क़ाबिज़ - तंगी करने वाला
21. अल-बासित - फराखि करने वाला
22. अल-खाफिज़ - पस्त करने वाला
23. अर्राफिअ - बुलन्द करने वाला
24. अल-मुइज़्ज़ - इज़्ज़त देने वाला
25. अल-मुज़िल्ल - ज़िल्लत देने वाला
26. अस्समीअ - सब कुछ सुनने वाला
27. अल-बसीर - सब कुछ देखने वाला
28. अल-हकम - अटल फैसले वाला
29. अल-अद्ल - सरापा अद्ल-ओ-इंसाफ
30. अल्लतीफ - भेदों का जानने वाला
31. अल-खबीर - हर बात से बाख़बर
32. अल-हलीम - निहायत बुर्दबार
33. अल-अज़ीम - बड़ी अज़मत वाला
34. अल-ग़फ़ूर - बहुत बख्शने वाला
35. अश्शकूर - कदरदान (थोड़े पर बहुत देने वाला)
36. अल-अलिय्य - बुलन्द मर्तबे वाला
37. अल-कबीर - बहुत बड़ा
38. अल-हफ़ीज़ - हिफाज़त करने वाला
39. अल-मुकीत - सब को ज़िन्दगी का सामान अता करने वाला
40. अल-हसीब - सब के लिए काफी हो जाने वाला
41. अल-जलील - बड़ी बुज़ुर्गी वाला
42. अल-करीम - बे मांगे अता फरमाने वाला
43. अर्रक़ीब - निगराँ
44. अल-मुजीब - क़बूल फरमाने वाला
45. अल-वासिअ - वुसअत रखने वाला
46. अल-हकीम - बड़ी हिकमतों वाला
47. अल-वदूद - अपने बंदों को चाहने वाला
48. अल-मजीद - इज़्ज़त-ओ-शराफत वाला
49. अल-बाइस - ज़िंदा करके क़ब्रो से उठाने वाला
50. अश्शहीद - ऐसा हाज़िर जो सब कुछ देखता है और जानता है
51. अल-हक़्क़ - अपनी सारी सिफ़ात के साथ मौजूद
52. अल-वकील - काम बनाने वाला
53. अल-कविय्य - बड़ी ताक़त व कुवत वाला
54. अल-मतीन - बहुत मज़बूत
55. अल-वलिय्य - सरपरस्त-ओ-मददगार
56. अल-हमीद - तारीफ का मुस्तहक़
57. अल-मुहसी - सब मख़लूक़ात के बारे में पूरी मालूमात रखने वाला
58. अल-मुब्दि - पहली बार पैदा करने वाला
59. अल-मुईद - दोबारा पैदा करने वाला
60. अल-मुहयी - ज़िन्दगी बख्शने वाला
61. अल-मुमीत - मौत देने वाला
62. अल-हय्य - हमेशा हमेशा ज़िंदा रहने वाला
63. अल-क़य्यूम - सब को क़ायम रखने और सम्भालने वाला
64. अल-वाजिद - सब कुछ अपने पास रखने वाला यानी हर चीज़ उसके ख़ज़ाने में है
65. अल-माजिद - बड़ाई वाला
66. अल-वाहिद - एक
67. अल-अहद - अकेला
68. अस्समद - सबसे बेनियाज़ और सब उसके मोहताज
69. अल-क़ादिर - बहुत ज़्यादा क़ुदरत वाला
70. अल-मुक़तदिर - सब पर कामिल इक़तिदार रखने वाला
71. अल-मुक़द्दिम - आगे कर देने वाला
72. अल-मुअख्खिर - पीछे कर देने वाला
73. अल-अव्वल - सबसे पहले
74. अल-आखिर - सब के बाद यानी जब कोई न था, कुछ न था, जब भी वो मौजूद था और जब कोई न रहेगा, कुछ न रहेगा वो उस वक़्त और उसके बाद भी मौजूद रहेगा
75. अज़्ज़ाहिर - बिल्कुल ज़ाहिर यानी दलाइल के ऐतबार से उसका वजूद बिल्कुल ज़ाहिर है
76. अल-बातिन - निगाहों से औझल
77. अल-वाली - हर चीज़ का जिम्मेदार
78. अल-मुतआली - मख़लूक़ की सिफ़ात से बरतर
79. अल-बर्र - बड़ा मोहसिन
80. अत्त्ववाब - तौबा की तौफ़ीक़ देने वाला और तौबा क़बूल करने वाला
81. अल-मुंतकिम - मजर में से बदल लेने वाला
82. अल-अफुव्व - बहुत मुआफी देने वाला
83. अर्रउफ - बहुत शफ़क़त रखने वाला
84. मालिकुल-मुल्क - सारे जहाँ का मालिक
85. जुलजलाली-वलइकराम - अज़मत व जलाल और इनाम व इकराम वाला
86. अल-मुक़सीत - हक़दार का हक़ अदा करने वाला
87. अल-जामिअ - सारी मख़लूक़ को क़यामत के दिन यकजा करने वाला
88. अल-ग़नीय्य - खुद बेनियाज़ जिसको किसी से कोई हाजत नहीं
89. अल-मुग़नी - अपनी अता के ज़रिये बन्दों को बेनियाज़ कर देने वाला
90. अल-मानीअ - रोक देने वाला
91. अज्जार्र - (अपनी हिकमत और मशीयत के तहत) ज़रूर पहुंचाने वाला
92. अन्नाफीअ - नफा पहुंचाने वाला
93. अन्नूर - सरापा नूर और नूर बख्शने वाला
94. अल-हादि - सीधा रास्ता दिखाने वाला और उसपर चलाने वाला
95. अल-बदीअ - बिला नमूना बनाने वाला
96. अल-बाकी - हमेशा रहने वाला (जिसको कभी फना नहीं)
97. अल-वारिस - सब के फना हो जाने के बाद बाकी रहने वाला
98. अर्रशीद - साहिब-ऐ-रुश्द व हिकमत (जिसका हर फेल और फैसला दुरुस्त है)
99. अस्सबूर - बहुत बर्दाश्त करने वाला (के बन्दों की बड़ी से बड़ी नाफरमानियों को देखता है और फौरन अज़ाब भेज कर उन को तहस नहस नहीं कर देता)

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